
मुंबई। महिलाओं को समानता देने के मुद्दे पर जमीयत उलेमा के सचिव गुलजार आजमी ने अजीबो-गरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सबको लैंगिक आधार पर समानता चाहिए, तो पुरुष और महिला दोनों ही आधे-आधे समय यानी 4.5-4.5 महीनों के लिए गर्भधारण क्यों नहीं ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 11, 2017 | 4:44 pm IST