
नई दिल्ली। थुम्पा बर्मन हमेशा एक ड्राइवर बनना चाहती थीं। वह जिस संस्थान में गाड़ी चलाना सीख रही थी, वहां बर्मन को एक ऐसे मौके के बारे में पता चला, जिससे महिला यात्रियों के सफर करने का तरीका और अनुभव पूरी तरह से बदल सकता था। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 4, 2018 | 4:24 pm IST