
समाज की नवचेतना को आकार एवं दिशा देने में शिक्षक की भूमिका अहम होती है। शिक्षक समाज का दर्पण व निर्माण वाहक है। नवशिशु नामक कोपल जब इस संसार जगत में प्रवेश करता है, तो उस समय वह परिवार की पाठशाला में मां नामक शिक्षक ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | September 4, 2018 | 5:46 pm IST