
नोटबंदी को एक वर्ष होने वाले हैं। इसकी आलोचना−प्रत्यालोचनाएं हो रही हैं। बल्कि हुईं भी। सरकार का अपना पक्ष और तर्क है वहीं नागर समाज के नीति विमर्शकारों, आर्थिक जगत के पंडि़तों का अपना विश्लेषण है। इस विश्लेषण में समाज, संस्कृति, अर्थ जगत, रिश्तों आदि ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | November 2, 2017 | 4:12 pm IST