
किसी भी संतान के लिए माँ से बड़ी शिक्षक अथवा शुभचिंतक और कोई नहीं हो सकता. गर्भावस्था से लेकर पूर्ण स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने तक संतान के प्रति माँ की नगण्य भूमिकाएं होती हैं, जिसे हर मां निस्वार्थ और निष्ठा भाव से निभाती है, इसलिए ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 13, 2023 | 12:38 pm IST