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सम्पादकीय / लेख

महिलाओं के लिए रोज़गार का माध्यम है नया बाजार

आशा नारंग अजमेर, राजस्थान राजस्थान का अजमेर पर्यटन और तीर्थ नगरी होने के कारण बहुत लोगों के लिए रोज़गार प्राप्त करने का एक अहम जरिया भी है. यहां के सभी बाज़ारों में सालों भर देसी और विदेशी पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों और आम लोगों की आवाजाही ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | March 1, 2025 | 5:03 pm IST

कामुकता को स्वछन्द करती पॉप संस्कृति

डॉ. सत्यवान सौरभ महिलाओं को समाज के हर पहलू में पूर्णतः और समान रूप से भाग लेने का मौलिक अधिकार है। फिर भी, कार्यस्थल, मनोरंजन और राजनीति जैसे क्षेत्रों में, वैश्विक स्तर पर महिलाओं और लड़कियों का प्रतिनिधित्व काफ़ी कम है। समय के साथ इस ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | March 1, 2025 | 4:58 pm IST

हे! चिकित्सकों करों कोई ऐसी ‘खोज़‘…

संजय एम तराणेकर आज कम उम्र में हृदयगति रुक रही है, नौजवान पीढ़ी मृत्युशैया पर सो रही हैं। विहंगम स्थिति में पुरानी पीढ़ी रो रही है, जिसके कंधों पर जाना उसे ही ढ़ो रही है। जवानी ख्वाबों से हकीकत में हो रही है, ये देखों ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | March 1, 2025 | 4:57 pm IST

भारत का यूरोपीय यूनियन सहित अनेक देशों से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होना समय की मांग-एडवोकेट किशन सनमुखदास

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गोंदिया - वैश्विक स्तरपर कोविड -19 के बाद से दुनियाँ के हर देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ सी गई है, जिससे हर देश ने मेहनत कर अपने-अपने देश की आर्थिक स्थिति पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है, बीच डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | March 1, 2025 | 4:52 pm IST

क्यों क्रूर बदमाशी का रूप ले रही है रैगिंग?

-प्रियंका सौरभ भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों में कई वर्षों से, रैगिंग एक गंभीर प्रकार की बदमाशी और उत्पीड़न की समस्या रही है, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर मनोवैज्ञानिक आघात, आत्महत्या और यहाँ तक कि हत्या जैसे हिंसक अपराध भी होते हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों और 2009 ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 28, 2025 | 5:15 pm IST

साफ होनी चाहिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर दिमागी गंदगी?

-प्रियंका सौरभ कुछ लोग ह्यूमर के नाम पर समाज में गंदगी फैला रहे हैं। ऐसा कंटेट प्रसारित कर रहे हैं जो चिंता का विषय है। विवाद बढ़ने के बाद ये अश्लील इंफ्लूएंसर अपनी करतूत पर माफी मांग लेते हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 22, 2025 | 4:50 pm IST

कुटुम्ब में कुम्भ

डॉ. सुनील चौरसिया 'सावन' जिस घर में सुख, शांति और सुकून है वह घर मंदिर है। जब अपनत्व और ममत्व के भाव से एक लोटा अमृत प्राप्त होता है तब उससे सिर्फ प्यास नहीं बुझती है अपितु तन-मन की थकान भी दूर हो जाती है ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 19, 2025 | 5:03 pm IST

माता शबरी तपस्या कर हुई व्यक्त..

संजय एम तराणेकर आदिवासी समाज की आराध्य माता भक्त, शिरोमणि माँ शबरी तपस्या कर हुई व्यक्त। भीलनी परम तपस्विनी का एक ही ध्येय, अछूत कहते ऋषि-मुनि दूरी रखते जाय। ऋषि मतंग ये कह गए आएंगे प्रभु श्रीराम, तुम्हें संसार से मुक्त कर लगाएंगे विराम। आदिवासी ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 19, 2025 | 4:59 pm IST

सामाजिक ताना-बाना बिखेर रहे नंगापन और रील्स के परिवेश

डॉo सत्यवान सौरभ पूरा देश नग्नता के लिए फ़िल्मों को दोष देता है परंतु आज सोशल मीडिया (सामाजिक पटल) पर इतनी भयंकर नग्नता है कि हमारी जो भारतीय फ़िल्में को भी शर्म आ जाए। आज कोई भी सोशल प्लेटफार्म अछूता नहीं है फूहड़पन और नग्नता ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 19, 2025 | 4:57 pm IST

स्वस्थ लोकतंत्र के लिए एक मज़बूत और रचनात्मक विपक्ष आवश्यक है

-प्रियंका सौरभ लोकतंत्र को मज़बूत बनाने के लिए सरकार और विपक्ष को मिलकर रचनात्मक रूप से काम करना होगा। लेकिन भारत में संसदीय बहसों में बढ़ते ध्रुवीकरण, बार-बार व्यवधान तथा गहन चर्चाओं पर बयानबाजी के प्रभुत्व के कारण विधायी विचार-विमर्श की गुणवत्ता और भी खराब ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | February 19, 2025 | 4:56 pm IST