
एक दिन गरीब ब्राह्मण ने एक साधु से विनती की, बाबा, मेरी बेटी का विवाह है। आप तो दयालु हैं, कुछ कृपा करें। साधु बोला, मैं क्या करूं, मेरे पास कुछ नहीं है। मैं अकिंचन हूं। किसी से कुछ मांगता नहीं। ब्राह्मण कई लोगों के ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | June 1, 2022 | 5:09 pm IST