भारत चारों तरफ से कर रहा कूटनीतिक घेराबंदी, सेना को भी दी है छूट

asiakhabar.com | May 9, 2025 | 5:30 pm IST
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नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को घेरने की रणनीति चल रहा है। भारत ने अपनी सेना को खुली छूट दे दी है। दूसरी तरफ वह उसकी कूटनीतिक घेराबंदी भी कर रहा है। भारत ने सिंधु जल संधि तोड़ने के बाद पाकिस्तान को सबसे ज्यादा पानी देने वाली नदी चेनाब का पानी रोक दिया है। चेनाब पर बगलिहार में बने डैम के फाटक बंद कर पानी को दूसरी दिशा में मोड़ दिया है। इससे पाकिस्तान में अकाल पड़ सकता है।
इस वाटर अटैक के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को लेकर और बड़ा कदम उठाया है। उसने सिंधु जल संधि की नदी पर बन रहे किशनगंगा-रतले जल विद्युत परियोजना से जुड़े विवाद पर वर्ल्ड बैंक में चल रही सुनवाई स्थगित करने को कहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत जल्द ही इसको लेकर एक अनुरोध पत्र तटस्थ विशेषज्ञ को भेजेगा। इसकी एक प्रति वर्ल्ड बैंक को भी दी जाएगी। भारत ने कहा है कि उसने खुद को सिंधु जल संधि से अलग कर लिया है। ऐसे में अब विवाद से जुड़ी तटस्थ विशेषज्ञ की विवाद समाधान प्रक्रिया को भी अब रोक दिया जाए।
यह विवाद किशनगंगा-रतले जल विद्युध परियोजना को लेकर है। भारत इस परियोजना पर काम कर रहा है। पाकिस्तान ने इसकी शिकायत विश्व बैंक में की है। इसके बाद 2023 में विशेषज्ञ मिशेल लिनो की देखरेख में विवाद को सुलझाने की कोशिश हुई थी। इसको लेकर भारत, पाकिस्तान और विशेषज्ञ एक तय कार्य योजना के तहत काम कर रहे है, लेकिन भारत पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद इस प्रक्रिया को रोकना चाहता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए इस साल की बैठकें होने वाली थीं। पाकिस्तान को परियोजना को लेकर जो शिकायत थी उसके बारे में जवाब देना था। इसके बाद इस साल दिसंबर में विशेषज्ञ परियोजना स्थल का दौरा भी करने वाले थे। यह प्रक्रिया 2026 तक चलने वाली थी लेकिन भारत ने अब इस पूरी प्रक्रिया को स्थगित करने को कहा है। बीते साल जून में भी परियोजना स्थल का निरीक्षण किया गया था।
भारत ने चेनाब नदी पर बगलिहार में बने डैम का फाटक बंद कर दिया है। इससे पाकिस्तान को भरपूर पानी देने वाली यह नदी अब नाली की तरह बहने लगी है. इससे पाकिस्तान में इस गर्मी भारी जल संकट पैदा हो सकता है। वहां की नहरें सूख सकती है। इसी नदी के पानी से पाकिस्तान पंजाब के एक बड़े इलाके में सिंचाई का काम होता है।


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