
नई दिल्ली।नेशनल ह्यूमन राइट्स कॉउन्सिल के महासचिव श्री शर्मा ने “ऑपरेशन सिंदूर” को भारत की संप्रभुता, मानवाधिकारों के संरक्षण और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने इस अभूतपूर्व मिशन की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी कूटनीति, निर्णायक नेतृत्व और भारतीय सेना के अदम्य आत्मबल व साहस को दिया।
श्री शर्मा ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर यह संदेश देता है कि भारत अब केवल प्रतिक्रिया देने वाला देश नहीं, बल्कि अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर सक्रिय और सक्षम है। यह प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ विदेश नीति और रणनीतिक सोच का प्रत्यक्ष प्रमाण है।”
उन्होंने आगे कहा, “इस अभियान की सफलता भारतीय सेना के असाधारण साहस, अनुशासन और आत्मबल का परिणाम है। सीमित समय और जटिल परिस्थितियों में जिस दक्षता से सेना ने कार्य किया, वह न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हर भारतीय के गर्व का विषय भी है।”
श्री शर्मा ने इस अवसर पर सभी जवानों, अधिकारियों और मिशन से जुड़े हर कर्मवीर को नमन करते हुए कहा कि यह अभियान भारत की मानवतावादी सोच और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के सिद्धांत का जीवंत उदाहरण है।
कॉउन्सिल ने राष्ट्रवासियों से अपील की है कि वे इस गौरवशाली क्षण से प्रेरणा लें और राष्ट्रीय एकता, सेवा, साहस और कर्तव्यनिष्ठा के मूल्यों को जीवन में अपनाएं।